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मेरे यादों के शहर में मुसाफिर बन घूम जाते हो, कुछ

मेरे यादों के शहर में मुसाफिर बन घूम जाते हो,
कुछ पल के लिए रोशन कर शहर मेरा..
फिर उसे तन्हा छोड़ जाते हो..
तुम कौन हो??
मिलते नहीं कभी मुझे तुम रूबरू
मेरी आंखो में बस एक 
धुंधली सी तस्वीर है तुम्हारी..
कभी आंखों में आसूं तो कभी
 होठो पर मुस्कुराहट दे जाते हो
तुम कौन हो??
कभी एक पल में हाथ थाम मेरा
दूसरे ही पल मुझसे मुंह मोड़ जाते हो
ये हुनर बताओ ना कहा से लाते हो..

और तुम कौन हो मेरे
ये कहां बताते हो।।

©ROSHNI #walkingalone #फीलिंग्स #लव #Thoughts
मेरे यादों के शहर में मुसाफिर बन घूम जाते हो,
कुछ पल के लिए रोशन कर शहर मेरा..
फिर उसे तन्हा छोड़ जाते हो..
तुम कौन हो??
मिलते नहीं कभी मुझे तुम रूबरू
मेरी आंखो में बस एक 
धुंधली सी तस्वीर है तुम्हारी..
कभी आंखों में आसूं तो कभी
 होठो पर मुस्कुराहट दे जाते हो
तुम कौन हो??
कभी एक पल में हाथ थाम मेरा
दूसरे ही पल मुझसे मुंह मोड़ जाते हो
ये हुनर बताओ ना कहा से लाते हो..

और तुम कौन हो मेरे
ये कहां बताते हो।।

©ROSHNI #walkingalone #फीलिंग्स #लव #Thoughts