हाँ रूठो अच्छी बात है।।।। मगर इतना भी नहीं की साथ ही छूट जाए।।।। था जो हमारा प्यारा सा रिश्ता ,भाई बहन का।।। वो इस नाराज़गी का शिकार हो जाए।।। जाना ही है गर दूर ।। तो रूठकर ही क्यों।।। खुशी खुशी अलविदा कहो।। क्या फ़िक्र है अब उसकी।।। जिसका अब कोई जिक्र ही नहीं है।।। ©Anu poetry zone #my_burnt_diary #loveubhai #HandsOn