किस हाल में खड़े हैं,मंजर क्या हैं। सब कुछ ठीक दिखता है , बस ये मत पूछ कि मेरे अंदर क्या है। बूंद भर भी आंसू नहीं पलकों पर, इन आंखो से बड़ा बंजर क्या है। नाप सको तो भी कम है, ये ग़मो का समंदर क्या है। ©Mona Pareek #seaside Vishalkumar "Vishal"