🙏🏻Jalliwaala bagh massacre🙏🏻 (101 years) घेर अकेले शेरो को पिंजरो मे, बहादुर बने फिरते हो।। फिर भी एक बहादुर शेर के सामने, नसमस्तक हुए फिरते है।। ए दुश्मन, वो तो हमारो की ही गदारी थी।। अब अजमा के देख ले, अब हर कतरे-कतरे मै चंद्रशेखर , हर लहू मै भगत सिंह रहता है।। _thakur Rakshav rajput jalliawaala bagh massacre (101yrs)