आसमां में उड़ने निकला था तू, फ़िर क्यों है बैठा उस पतली दी डाल पर बेख़बर जब चला था तब एक मंज़िल थी तेरी,, फ़िर उस मोड़ पर क्यों रुक गया ,, जहां से न तेरी मंज़िल दिखे न पीछे मुड़ने की वजह।। उदास है गर तू तो कभी न जीतेगा।। पोंछ आंसू बढ़ उसी मोड़ पर जहां तू रुका है।। ज्यादा क्या होगा तेरी रफ्तार दुगनी होगी,, नामुमकिन दिख रही अब मंज़िल तुझे मुमकिन है ये वाला अहसास दिलाएगी ।। तब जीतता तो कुछ पल की खुशी होती।। अब जीतेगा गर तब तू नया इतिहास बनाएगा।। #NojotoQuote don't stop forget what happened don't show your tear no one to stop your tears .... let's start a new journey