" रामायण का सार " लछमन सा भाई ,विभीषण सा आग कैकेयी सा मोह और राम ,दशरथ ,सीता भरत सा त्याग सुगीव सी यारी ,राम सीता सा प्यार रावण सी निडरता और कौशल्या सा दुलार निषाद सा प्रेम , हनुमान सी सक्ति सबरी सी उदारता, अंगद सी शक्ति परशुराम सा क्रोध , श्रीराम सी धीरता विभीषण सा घरभेदी , लवकुश सी वीरता गुरुजनों की दीक्षा ,सीता की परीक्षा उर्मिला सा विरह, जनक सा लाचार शूपणखा सी चपला, मंदोदरी सा प्यार ऋषि मुनियों का आश्रम वानरों का परिश्रम श्री राम सा राजा अयोध्यावासियों सी प्रजा सुसैन वैद्य सा ज्ञान बाली सा योध्या महान समाज में कुरीतियों और बुराइयों का नाश और कड़-कड़ में श्रीराम का वास जिससे सीखे समस्त परिवार कुछ ऐसा है रामायण का सार कुछ ऐसा ही रामायण है लछमन सा भाई ,विभीषण सा आग कैकेयी सा मोह और राम ,दशरथ ,सीता भरत सा त्याग सुगीव सी यारी ,राम सीता सा प्यार रावण सी तैयारी, कौशल्या सा दुलार रामायण सा ज्ञान