आज भी कुछ चीज पुरानी देखें हैं, मगर कुछ मिटती निशानी देखें हैं, मुद्दतों बाद लौटा है शाख पर परिंदा, और तेरे शहर कि शाम सुहानी देखें हैं.. ©Anant Tiwary #बाज अं_से_अंशुमान बाबा ब्राऊनबियर्ड