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"Dream girl" Feel my poem ❤ न जाने कब , पहली दफ़ा

"Dream girl"
Feel my poem 
❤ न जाने कब ,
पहली दफ़ा जब वो मेरे करीब से होकर जायेगी ,
मेरी नज़रें उस पर यूँ अटक सी जाएँगी ,
मन में कुछ बेचैनी कुछ पागलपन सा होगा ,
चलती फिरती साँसें भी कुछ थम सी जाएँगी ,
दिल की बंजर जमीं की दरारें भरने लगेंगी ,
मानो जैसे सूखे खेतों में बारिश की बुँदे तराहट लाएंगी ,
मंजिल , मंजिल तो एक ही है इस बन्दे की ,
"Dream girl"
Feel my poem 
❤ न जाने कब ,
पहली दफ़ा जब वो मेरे करीब से होकर जायेगी ,
मेरी नज़रें उस पर यूँ अटक सी जाएँगी ,
मन में कुछ बेचैनी कुछ पागलपन सा होगा ,
चलती फिरती साँसें भी कुछ थम सी जाएँगी ,
दिल की बंजर जमीं की दरारें भरने लगेंगी ,
मानो जैसे सूखे खेतों में बारिश की बुँदे तराहट लाएंगी ,
मंजिल , मंजिल तो एक ही है इस बन्दे की ,
naveenrao4958

naveen rao

New Creator

न जाने कब , पहली दफ़ा जब वो मेरे करीब से होकर जायेगी , मेरी नज़रें उस पर यूँ अटक सी जाएँगी , मन में कुछ बेचैनी कुछ पागलपन सा होगा , चलती फिरती साँसें भी कुछ थम सी जाएँगी , दिल की बंजर जमीं की दरारें भरने लगेंगी , मानो जैसे सूखे खेतों में बारिश की बुँदे तराहट लाएंगी , मंजिल , मंजिल तो एक ही है इस बन्दे की ,