मांगा था रब से दुआ जो कभी वही दुआ का असर हो तुम आज एक दूसरे के जां हैं हम कभी थे अजनबी हम तुम! बात दिल की जो होठों से निकली तो दिल तक पहुंचा इस दिल में तुम रहते हो अब कैसे कहें हैं अजनबी हम तुम! ♥️ Challenge-551 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।