रूह तो रोई होगी उनकी दंगो को देख, नींद कहाँ आएगी अपनो को मरता देख। पट्टी उनकी आंखों पर अब धर्म की आ गयी, दंगो की आग अब सबके घर तक आ गयी। जहाँ पैदा हुए, खेले खुदे उस बस्ती को राख कर दिया, खेल न पाए फिर से कोई ऐसा मंजर बना के छोड़ दिया। सम्भाल जाओ देश को यूँ ही मिटने मत दो, पड़ोसियों के लिए खुद को यूँ मिटने मत दो। इल्तज़ा है तुमसे सोने की चिड़िया को बचा लो, पूरे देश को अपने शमशान होने से बचा लो। #yqbaba #yqquotes #300thquote #yqhindi #humanity #peace #yqdidi