मैंने अपनी हर खुशी को जी भर जिया है, और ग़म से भी तो कहॉं किनारा किया है, कभी भी चिंताओं का सागर निर्मित कर, बहुत अधिक पाने की तमन्ना नहीं की, मैंने अपनी कम खुशियों में भी गुज़ारा किया है। किसी को भी गिरते देख हर्ष नहीं मनाया मैंने हर गिरते हुए को सहारा दिया है। सुख के पलों की ही क्या बात करूं, मैंने अपने हर दर्द के क्षण को भी हॅंस–हॅंस के जिया है।। ©D.R. divya (Deepa) #Life #alone #sad #treanding #dukh #Gum