जिसे भुल ना चाहूँ उस की , याद दिलाती है ये यादें । हसते हुए को रुलाती है ये यादें , रोते हुए को हसाती है ये यादें । कभी कभी ना हसाती है ना रुलाती है , बस खामोश कर जाती है ये यादें । अपनी हर गलती की याद दिलाती है ये यादें , कुछ भी कहो कमाल की होती है ये यादें । -SHILPA HURBADA