आज फिर नींद को आँखों से बिछड़ते देखा आज फिर नींद को आंखों से बिछड़ते देखा। जब अपने मोबइल की गैलरी में तेरी तस्वीरों को देखा। तस्वीरों में तो आज भी साथ खड़े थे तुम फिर भी आँखें नम है , क्योंकि इन आँखों ने तुम्हें खुद से बिछड़ते देखा।। #Nind_ko_ankhon_se #फ़ॉर यू Ganesh Barupal