कारगिल दिवस-----कहते है कि "फौजी डिक्सनरी में नामुमकिन नाम का कोई लफ्ज़ नही होता",,,, अर्थात असंभव कुछ भी नही. बस असंभव को संभव बनाने वाली भुजाओ को मेरा सलाम;,,,,,यदि मर्दो की भुजाओ,साहस व दहाड का परिचय मेरे हिंद के जवानो को मेरा सलाम,,,, हम गर्व करते हमारे फौजी भाईयो के साहस व ज्ज्बे को ,,,,,,,जय हिंद,,जय भारत,,,,, आला चौहान"मुसाफ़िर"