जान हो तुम खूबसूरत भी बेशुमार हो तुम बसी हो दिल में एक तीखी कटार हो तुम ना जाने कितने रत्न लगे हैं तुम में हीरा फीका पड़ जाता है सामने तुम्हारे कोहिनूर भी सजदे करता है तुम्हारे ©Dr Supreet Singh #कोहिनूर