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मेरे गाँव की मिट्टी सौंधी-सौंधी आती है महक ना रह

मेरे गाँव की मिट्टी सौंधी-सौंधी आती है महक 
ना रह सकती जाए बिना मन जाता है बहक 

वो गेहूँ के लहलाहाते कोंपले दिल में उठती है कसक 
वो सन-सनाती हवाएँ तन जाता है देहक ।।  Good night all 😴

भेजने का समय कल शाम 6 बजे तक।
परिणाम की घोषणा कल रात 9 बजे तक।

सहभागिता सबके लिए खुली है ✍🏻 आपके अल्फ़ाज़   

शब्दों की मर्यादा का ध्यान अवश्य रखे ।
मेरे गाँव की मिट्टी सौंधी-सौंधी आती है महक 
ना रह सकती जाए बिना मन जाता है बहक 

वो गेहूँ के लहलाहाते कोंपले दिल में उठती है कसक 
वो सन-सनाती हवाएँ तन जाता है देहक ।।  Good night all 😴

भेजने का समय कल शाम 6 बजे तक।
परिणाम की घोषणा कल रात 9 बजे तक।

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शब्दों की मर्यादा का ध्यान अवश्य रखे ।
swetakumari9595

Sweta

New Creator

Good night all 😴 भेजने का समय कल शाम 6 बजे तक। परिणाम की घोषणा कल रात 9 बजे तक। सहभागिता सबके लिए खुली है ✍🏻 आपके अल्फ़ाज़ शब्दों की मर्यादा का ध्यान अवश्य रखे । #lovequotes #yqbaba #yqdidi #YourQuoteAndMine #aapkealfaz #collabwithआपके_अल्फ़ाज #dharmendrachaudhary #dhammo53