चीनी कोरोना, का कहर, होली रंग में,घोल दिया जहर। फाल्गुनी आनन्द,गया ठहर, भंग भरी मस्ती,थम गई लहर। ******************* बीवी के लब,आलिंगन कब? फाल्गुन अब,अंगड़ाई हो तब? स्याह हो शब,जुन्हाई हो जब? कोरोना तू सब,जाएगा कब? ******************** अब होली आई,तन ले जकड़ाई, बदन तन्हाई, नारी नैन सुहाई । रैन बिताई, एकांकी दे दुहाई, कोरोना सताई,बला क्या आई? ******************** 'मोहन' आया,मास्क दिखलाया, बाल झल्लाया,अजीब चिल्लाया। 'रोशनी' काया, नूर उतर आया, कोरोना आया,होली रंग नजराया। ******************** #कोरोनो का कहर। deepshi bhadauria