Nojoto: Largest Storytelling Platform

चीनी कोरोना, का कहर,

चीनी   कोरोना, का  कहर,                                                             होली रंग में,घोल दिया जहर।                                    फाल्गुनी  आनन्द,गया ठहर,                                                     भंग भरी मस्ती,थम गई लहर।                          *******************                                                      बीवी के लब,आलिंगन कब?                                   फाल्गुन अब,अंगड़ाई हो तब?                                                      स्याह हो शब,जुन्हाई हो जब?                                                    कोरोना  तू सब,जाएगा  कब?                               ********************                                                      अब होली आई,तन ले जकड़ाई,                                                         बदन  तन्हाई, नारी नैन सुहाई ।                                                              रैन  बिताई, एकांकी दे दुहाई,                                                    कोरोना सताई,बला क्या आई?                      ********************                                             'मोहन' आया,मास्क दिखलाया,                                             बाल झल्लाया,अजीब चिल्लाया।                                     'रोशनी' काया, नूर उतर आया,                                        कोरोना आया,होली रंग नजराया। ******************** #कोरोनो का कहर। deepshi bhadauria
चीनी   कोरोना, का  कहर,                                                             होली रंग में,घोल दिया जहर।                                    फाल्गुनी  आनन्द,गया ठहर,                                                     भंग भरी मस्ती,थम गई लहर।                          *******************                                                      बीवी के लब,आलिंगन कब?                                   फाल्गुन अब,अंगड़ाई हो तब?                                                      स्याह हो शब,जुन्हाई हो जब?                                                    कोरोना  तू सब,जाएगा  कब?                               ********************                                                      अब होली आई,तन ले जकड़ाई,                                                         बदन  तन्हाई, नारी नैन सुहाई ।                                                              रैन  बिताई, एकांकी दे दुहाई,                                                    कोरोना सताई,बला क्या आई?                      ********************                                             'मोहन' आया,मास्क दिखलाया,                                             बाल झल्लाया,अजीब चिल्लाया।                                     'रोशनी' काया, नूर उतर आया,                                        कोरोना आया,होली रंग नजराया। ******************** #कोरोनो का कहर। deepshi bhadauria