"वो बारिश का मौसम वो हम दोनों का संग," वो बारिश का मौसम वो हम दोनों का संग हर बून्द के छुअन के साथ चढ़ रहा था हम में प्यार का रंग याद हैं मुझे वो पहला बारिश भींगी थी जब में तेरे संग वो तेरा अपने हाथो में मेरा हाथ लेना हमारी दोस्ती की निशानी मेरे हाथ में देना मेरा यूँ भींगते जुल्फों को संभालना दिल का यूँ तुम्हारे प्यार में बहकना खवाहिश थी उसकी तेरे आग़ोश में समाना मगर चाह कर भी तेरा मुझे अपने से कदम भर दूर रखना चाहता था दिल वक्त वही थम जाये तू मेरा सहारा बनो और ज़िन्दगी गुजर जाये वो बारिश का मौसम वो हम दोनों का संग #,कविता