इस रेशम की डोर की कीमत उन्हें बखूबी पता है,,,, जिनकी कलाई आज थोड़ी मायूस है,,,, अकेलेपन में तो हमेशा ही जिया है,,, आज उनकी चुप्पी भी थोड़ी खामोश है,,,,, अकेले में बैठकर पलकों नीचे छुपते आंसू,,,, रब से शिकायतों पर जोर है,,,,काश मां का एक प्रतिरूप मुझे भी मिला होता,,, दुख दर्द खुशियां सब बांट लेता उससे,,, मेरे भी गुट पर धागा अपने पन का बंधा होता,,,, इच्छा थी मेरी भी अपनी छोटी सी कमाई से कुछ बड़ा सा तोहफा उसे देने की,,, दुख में रोने की ,,,,सुख में मुस्कुरा लेने की,, वो पास होती तो नाकामयाबियों से यू न घबराता,,, वो पापा की डांट से बचाती,,,न मां की मार से घबराता,,,, काश,,,, कोई रेशम की ये डोर हमारी कलाई पर भी सजाता,,, Miss_everything 😣😣🥺 vikas #rakhi #rakhsabandhan Ishita Singh $ri... Amita Tiwari🎤✍️🎸 Roshani Thakur indu mehra