पारदर्शित हो तेरा वजुद ... तेरे अपनो से...!! तो क्या बात है..!! काँच तो दरकेगा... तू खुद मे जिंदा है... इससे बड़ी क्या बात है..!! ©Shalini Pandit हमारा व्यक्तित्व हमारे माता- पिता के समक्ष सीसे सा पारदर्शी होना चाहिए...!! हम जो है उसके हर पहलु पे उन्हें मालूमात होनी चाहिए...हम क्या सही कर रहे है...कहां गलत है... ये सब जानना उनका अधिकार भी है , और हमारा कर्तव्य... कि हम उन्हें अपने प्रति किसी अँधेरे मे गुमराह ना करें..!! जब ऐसा होता है...तब आपका व्यक्तित्व और निखरता है..और साथ मे आपके अपनो को आपपे गर्व की अनुभूति होती है..😇😇😇 सपने कुछ सीसे से होते है...दरक कभी जाए...फिर भी अगर.... बस आपकी हिम्मत लगन, खुद पे भरोसा है, परमात्मा पे भरोसा,आपमें जिंदा है। उससे बड़ी जीत हो नहीं सकती..!! प्रयास करिये...आगे बढिए..!!😊😊😊✌️✌️✌️✌️✌️✌️✌️✌️✌️✌️✌️