कदम रुक गए,दिल चल रहा है मंजिल थी तू मेरी,जो अब कहीं खो चुकी है आंखें हैं बन्द फिर भी आंसू बहुत ज्यादा है हवा बहुत तेज है, सांसें बहुत धीमी है तू जा चुकी है, पर तेरी याद अभी बाकी है । ©Naresh Kumar #RAMADAAN #RAMADAAN