#आगरा शहर आगरा प्रेम में एक विशेष दर्जा रखता है , प्रेम की दोनों मंजिले अपने पास रखता है, हो प्रेम में जो भी सफल उसे 'ताज' , तो अधूरे इश्क की मंजिल 'पागलखाना' रखता है , प्रेम ही प्रेम गूंजता है वादियों में इसकी, यहां का हर जोड़ा शाह - मुमताज दिखता है, यमुना जी की रेत का रंग लाल किले में चमकता है, यहां केक चाकलेट नहीं, प्रेम में पेठे का मिठास मिलता है, प्रेम में शहर आगरा अपना विशेष स्थान रखता है... ✍️ शिवम् शर्मा...✍️ ©Cwam Xharma