जैसे पेड़ अपना फल नहीं खाता। नदिया अपना पानी नहीं पीती। ठीक वैसे ही, सरकारी स्कूल के अध्यापक अपने बच्चे को। सरकारी स्कूल में नहीं पढ़ाते। ©vikash पहले सिस्टम सुधारो। देश भारत में सुधारना।