कितना पढे़? कितना मस्तिष्क में रखे? क्या-क्या सीखे? और किन चीजों को भुलाए? दिमाग की storage capacity भी भर गयी है। कुछ को delete करना है और कुछ को करना है permanently save. चुनाव भी नही कर पा रहे,किसे रखे यादों में और किसे करे forgave.. सुप्रभात। हर नया दिन एक नई किताब, हर नई किताब, एक नया ख़्वाब... #नयादिन #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi