तेरे रहगुजर के चर्चे हर रोज होते है कई घायल तो कई बेहोश होते है। मत निकला कर तू अब मेरे भी गलियों से। तुझे देख कर हम भी मदहोश होते है तेरे रहगुजर के चर्चे @lovit_ans