राम हि राम बस राम हि राम । और नाहि काहू से काम। राम हि राम बस ... तन में राम तेरे मन में राम । मुख में राम वचन में राम । जब बोले तब राम हि राम । और नाहि काहू से काम । राम हि राम बस रामहि राम ।। जागत सोवत आठहु याम । नैन लखें शोभा को धाम । ज्योति स्वरूप राम को नाम । और नाहि काहू से काम । राम हि राम बस रामहि राम ।। कीर्तन भजन मनन में राम । ध्यान जाप सिमरन में राम । मन के अधिष्ठान में राम । और नाहिं काहू सो काम । राम हि राम बस रामहि राम । सब दिन रात सुबह और शाम । बिहरे मन मधुबन में राम । परमानन्द शान्ति सुख धाम । और नाहि काहू से काम । राम हि राम बस रामहि राम । ©श्री सबरी भजन मंडल 🙏🌹राम हि राम बस राम हि राम । और नाहि काहू से काम। राम हि राम बस ... तन में राम तेरे मन में राम । मुख में राम वचन में राम । जब बोले तब राम हि राम । और नाहि काहू से काम ।