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था नही घर में कोई, क्या करती मैं सोई सोई, एक याद त

था नही घर में कोई,
क्या करती मैं सोई सोई,
एक याद तुम्हारी आई थी,
और दिल में बसी एक तन्हाई थी,
सोचा की बता दूं तुम्हे तुम मेरे क्या हो,
पर दिल ने कहा कि रहने दूं ,
शब्दों की आवाज आई थी❤️❤️ #दिल_की_आवाज
था नही घर में कोई,
क्या करती मैं सोई सोई,
एक याद तुम्हारी आई थी,
और दिल में बसी एक तन्हाई थी,
सोचा की बता दूं तुम्हे तुम मेरे क्या हो,
पर दिल ने कहा कि रहने दूं ,
शब्दों की आवाज आई थी❤️❤️ #दिल_की_आवाज