दोस्तों देश की अर्थव्यवस्था इतनी खराब हो चुकी है कि छोटे उद्योग धंधों का बुरा हाल है, हर दिन हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. ©विनोद मेहरा Brijendra rathouriya Rutik Adgokar Ambika Jha Sakshi barde Sanchit Uniyal