Nojoto: Largest Storytelling Platform

ज़िंदगी की क़लम से मेरी रौशनाई बहती है और मेरे जज

ज़िंदगी की क़लम से मेरी रौशनाई बहती है 
और मेरे जज़्बात बरसते हैं ;
मैं इसे अपने नाव की पतवार कहती हूँ,
कुछ लोग इसको कविता समझते हैं।

©HintsOfHeart.
  #Paradox_of_Life.