गर.. करता कोई और तो उसे मैं चाहत कहती, देता कोई और तो उसे इज़हार-ए-मोह्हबत कहती, पर... जो तुमने की है हमसे... और जो तुमने दिया है हमें ये बेनाम-सा तोहफा, इसे मैं क्या कहूँ....? #NojotoQuote एक बेनाम-सा तोहफा... ##dear shaili##क्या कहूँ मैं इसे ##nojotohindi##ishu sharma##