*झाँक रहे है इधर उधर सब।*/*अपने अंदर झांकें कौन ?* *ढ़ूंढ़ रहे दुनियाँ में कमियां */*अपने मन में ताके कौन ?* *दुनियाँ सुधरे सब चिल्लाते ।*/*खुद को आज सुधारे कौन ?* *पर उपदेश कुशल बहुतेरे ।*/*खुद पर आज विचारे कौन ?* *हम सुधरें तो जग सुधरेगा*/*यह सीधी बात स्वीकारे कौन?"* ©Anshuman Singh Stay Home & Safe Your Life