ना बंद कर आजाद उड़ते परिंदे को इन्हें भी अपनी जिंदगी जी लेने दे यह भी तरस कर रह जाते हैं बंद पिंजरे में दो बूंद पानी आजादी के पी लेने दे करना है कुछ बंद तो अत्याचार इस पर करना छोड़ दो 2 दिन की जिंदगी तुम्हारी भी है अपनी जिंदगी के तरह इन्हें भी अपनी जिंदगी जी लेने दो Do Din ki jindagi Azadi ke