अखबार की हर खबर पर, नजर नहीं जाती। दिल की चोटे हर किसी को, नजर नहीं आती। जो रहते थे कभी बड़ी शान से दिल मे मेरे, अब तो उनकी कोई, खैरो-खबर नही आती। # कहाँ हो तुम...