दोनों ही झूठे निकले, प्रेम प्रत्यय,जीवन सत्य। सत्य प्रस्तुत हुआ, प्रत्यय पाश,सत्य दास। दास अनुबन्ध किया, पाश बुद्धि, दास रिद्धि। रिद्धि उलट गई, बुद्धि मंद,रिद्धि द्वंद। द्वंद प्रेत बना, मंद तन,द्वंद मन। मन मिथ्या है, तन झूठ,मन मूठ। मूठ तंत्र है, झूठ भूल,मूठ भ्र्म। प्रयास! दोनों ही झूठे निकले,शिक्षा और गरीबी.. हक़ीक़त खुल ही जाती है। #दोनोंझूठे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #विप्रणु #yqdidi #life #miscellaneous