आज 'अमेरिका' पुनः अग्रणी विचारधारा का परिचय देते हुए आकाश होना चाहता है।भारत के वर्तमान जनप्रिय प्रधानमंत्री भागीदार होंगे। मुझे आकाश होना है अपने सम्भव प्रयास से विधि से,विन्यास से जो मुझे प्राप्त है,उससे मुझे आकाश होना है मुझे शाश्वत होना है मुझे शाश्वत होना है। मिट्टी यह मेरी वर्ण तू मेरा तुझमें ही निहित,मूल्य हे धरा,तेरी ही गर्भ सूत्रपात करना है मुझे आकाश होना है मुझे प्रणव होना है मुझे प्रणव होना है। जन यह मेरे कर्म तू मेरा अनौचित्य तथ्यान्वेषण में तुझे भी सम्मिलित करना है मुझे आकाश होना है मुझे मीमांसा होना है मुझे मीमांसा होना है। कर्म अविष्कार!! आज 'अमेरिका' पुनः अग्रणी विचारधारा का परिचय देते हुए आकाश होना चाहता है।भारत के वर्तमान जनप्रिय प्रधानमंत्री भागीदार होंगे। मुझे आकाश होना है अपने सम्भव प्रयास से विधि से,विन्यास से जो मुझे प्राप्त है,उससे मुझे आकाश होना है