White यहीं कुछ दूर पर सैर को आया था तुम चाहो तो अपने शहर की एक शाम दिखा दो मुझे मैंने काफी दिन से मिलने का इंतजार किया है तुम चाहो तो सूट सलवार में अपनी एक मुस्कान दिखा दो मुझे कहते हैं लोग मैं सर से पांव तुम्हारी छवि हो चुका हूं तुम चाहो तो अपने आंखों से काजल लगा दो मुझे देर बहुत हो गई है , वापस लौटना भी है तुम चाहो तो अपने जुल्फ़ों में समेट लो मुझे एक कविता सा हूं मैं उसमें तुम्हारा भी ज़िक्र है लेख हूं मैं चरित्र तुम्हारा ही है तुम चाहो तो अपने किताबों में छुपा लो मुझे ।। -शताक्षी ©Shatakshi Mishra #love_shayari लव शायरियां लव लव शायरियां लव कोट्स लव शायरी हिंदी में