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में बेटे का फर्ज समझ सकता हूँ इसीलिए में हमेशा अपन

में बेटे का फर्ज समझ सकता हूँ
इसीलिए में हमेशा अपने ऊपर अपने
बाप का कर्ज समझता हूं में शायर तो नहीं मगर जब से देखा उस चाँद को शायर बनाना पड़ गया
में बेटे का फर्ज समझ सकता हूँ
इसीलिए में हमेशा अपने ऊपर अपने
बाप का कर्ज समझता हूं में शायर तो नहीं मगर जब से देखा उस चाँद को शायर बनाना पड़ गया

में शायर तो नहीं मगर जब से देखा उस चाँद को शायर बनाना पड़ गया