गाहे-ब -गाहे , मुझे सताती हैं । शायद कुछ कहना चाहती हैं। साथ रहना चाहती हैं। कभी कभी उदास लगती हैं। बहुत नाशाद लगती हैं। निगाहों मे जब कोई बस जाता है। बस उसी का ख़याल आता है। आँख़ें जब किसी से चार होती हैं। दिल हँसता है, वो ज़ार-ज़ार रोती हैं। आँख़ों की बस ,यही कहानी है। "फिराक़", दुनियाँ तो आनी- जानी है। नमस्कार लेखकों🌸 Collab करें आज के #RzPerWriMoH_8 के साथ और अपने विचार व्यक्त करें। 😊 #rzperwrimo #rz_perwrimo #rzhindi #restzone #yqrestzone #collabwithrestzone #YourQuoteAndMine Collaborating with Rest Zone