आप मन के विरुद्ध भी व्यवहारिक रहिये कविता आपके हृदय में रहेगी कहानी जुबान पर शब्द रक्त में बहेगा भाषा आँखों की होगी कलम हाँथ होगा रचना आत्मा होगी। आप सत्य के ऊँचे कगार से पहरा लगाइये मौकापरस्त असत्य निवेदन नहीं मानता इसका अस्तित्व ही स्वार्थ है अन्यथा,इसका उदय ही नहीं होगा यह अजीब विरोधाभाष है लोग मौका लगते असत्य से अहम बचाते हैं असत्य आसान तो है पर प्रमाणित नहीं। आप जी भर जियें और जीने की जगह भी दें किसका मुँह देखकर जियेंगे चलन तो मरने का मुँह देखकर है उत्तरदायित्व गलतियों की पेशकश हो जैसे आखिर जीने का बहाना जो चाहिए तो जीवचक्र में जियें,मानव एक सामाजिक प्राणी मानकर उत्तपत्ति के सिद्धांत,आनुवंशिकी,वैज्ञानिक सोच और प्रबंध ऐसे ना जाने कितने बहाने है। मन बुलंद नहीं रखियेगा! #विप्रणु #yqdidi #yqbaba #life #miscellaneous #truthisbitter #disha