कामयाबी कि राहों में, ये काँटों का बिछौना रखते हैं अपनी सोच का ये एक सीमित दायरा रखते हैं कब, कौन ? अपना पराया था इस दिखावटी जग में यहाँ अपने ही अपनो को गिराने की योग्यता रखते हैं ©Pratik Singhal " Premi " #कामयाबी_की_राहे #काँटो_का_बिछौना #अपनाऔरपराया #मुक्तक💝 #प्रेमी