संगीत के एक एक लफ्ज़ आज भी तेरा ही स्वर सुनाते हैं कभी चेहरे पर नूर तो कभी दिल में दर्द दे जाते है या यूं कहूं कभी लबों पर मुस्कान तो कभी आंखों में आंसू छोड़ जाते है उन गुलाबो का स्पर्श मर चुका है शायद मगर एहसास अब भी जीवित है वह आज भी मुझे बेहद याद आते है तुमने दी मुझे तुम्हारी कसम की खुश रहना मेरे बिना भी जहा भी रहो तुम्हारी उस्सी कसम के खातिर हम गम में भी मुस्कुराते है और सच मानो जाना हम आज भी उन गुलाबो को फेक नहीं पाते है एक व्ही तो हैं जो तुम्हारी कसम याद दिला हमे हर हाल मे जीना सिखाते है ©kanishka #roseday True love jeena sikhaye #roseday