उस झरने की क्या किस्मत थी, जिसके नीचे वो भीग रही थी।।। साँवले बदन पे रेणु जब पानी संग चिपक रही थी, मानो उनकी बलखाती अंगों से शहद जैसे टपक रही थी।।। नजरों से हटते नहीं उस खूबसूरती की आकृति, बडे हीं तीखे अंदाज़ के थे, उनके आँखों की भृकुटी।।। पायलों ने बिखेर रखे थे संगीत के मधुर धन, चंचल अदाओं ने मोह लिए थे हमारे सुध बुध के गुण।।। उस दिन मैंने जाना, कैसी होती है; एक "बलखाती हसीना"।।। ~のя人Iwinsh Balkhati Haseena #girl #lust #Love #Beauty #Life #poem #Nojoto #nojotohindi #Beautiful #Hindi