तुझसे मिलकर तुझसे ही वाबसतगी रही यानी चिराग बुझ गया और रोशनी रही इसबार मिलके शायद बिछडना नसीब था इकबार फिर मिलेंगें अगर ज़िन्दगी रही मुशब्बर गाडा