अच्छाई का मतलब अपने मानव, जीव, प्राणी आदि के रिश्ते से अपना फर्ज पूरा करना इस प्रकार से जैसे निर्बल बेसहारों गरीब आदि किसी की भी की न्याय दया के साथ मदद करना और बुराई का मतलब किसी भी के साथ अन्याय दुष्टता के साथ अन्याय अत्याचार करना या अपने सभी मानव जीव प्राणी आदि के रिश्ते के फर्ज को भूलकर अन्याय दुष्टता के साथ परेशान करना इसी लिए सदा अच्छाई ही करना उचित है बुराई नही ©Sandeep kumar Sakhawar great thoughts