छोड़ कर मुझको तुम कुछ ऐसे चले। बूंद बादल से जैसे फिर ना मिले। भूल गए तुम मेरी वफाएं तो क्या याद रखेंगे हम तेरे शिकवे। गीले। ताहिर।।। #शायरी#छोड़ कर मुझको तुम।