सुनों, शहर में नया दौर लाने वाले हैं. अब तो हम बुलेट ट्रेन चलाने वाले हैं. सब अपने सर को ज़र बचाके चलना. सबकी टोपी तेज़ हवा में उड़ाने वाले हैं. जो तुम सच बोलते हो तो गुनहगार हो. तेज़ाब से तेरा चेहरा जलाने वाले हैं. और भाई अब ये देश कर्ज़मुक्त होगा. हम आलू से सोना बनाने वाले हैं. सालों से जिस इलहाबाद मे पल रहे थे. उन बच्चों को सच्चाई बताने वाले हैं. तुम कहीं पाकिस्तानी गद्दार तो नहीं. सोशल मीडिया पे कमेंट आने वाले हैं. हम चवन्नी से अठन्नी हो गए, ज़रूरतमंदों की आमदनी हो गए.