उम्मीद की कोई कली नहीं खिलती। भीड़ में भी चेहरा तलासा पर किसी चेहरे की तुमसे शक्ल नहीं मिलती। समुंद्र का वो प्यासा किनारा हैं सामने है पानी और लहर नहीं मिलती। एक ही शहर में हों तो भी खबर नहीं मिलती। आजकल कोई खबर ही नहीं मिलती। तुम्हारी कोई ख़बर नहीं मिलती, प्यार की कली नहीं खिलती... #तुम्हारीख़बर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqhindi #yqquotes