हम अपने मन के कैदी मन को बाँधे हुए हैं बंधन किसी ओर का नहीं खुद ही बाँधे हुए हैं किसी दूसरे का देखा सुना माना खुद के आगे खींच दी लकीर किसी ने अपने को बड़े दिल का राजा माना खुद ने खुद को मान लिया फ़कीर अब दुश्मन की क्या जरूरत अक्कल का अकाल पाले हुए हैं हर व्यक्ति अपने मन का क़ैदी है। #मनकेक़ैदी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi