न जाने क्या समझ बैठा है ये समाज स्त्री को , खूंखार पशु बन क्यों दौड़ लगा रहा हवस मिटाने को , जिस खून से पला-बढ़ा ये जो मर्द कहता खुद को न जाने फिर क्यों प्यासा बन भटकता ले उसी लहू को #nojoto #kavishala #women #society #stop_please