जीवन में हमेशा एक जैसा ही अन्दाज रखना, जो न समझे उसे नजरअंदाज करना। चाहत रखो आसमां को पाने की, पर उसके लिए किसी को गिराने का इरादा न रखना । जिसे निभा न सको ऐसा वादा न करना, बातें हद से ज्यादा न करना । जब तक आप काम के हो लोग याद रखेगे, फिर एक रोज ऐसे ही भूल जाएंगे , रिश्ता सबसे रखो पर उम्मीद किसी से न रखना । जिस नजर से देखो जिन्दगी वैसी ही नजर आती है , हमेशा सकारात्मक नजरिया रखना। ना खुद झुकने का शोक रखना, और ना ही किसी को झुकाने की फितरत रखना । किसी के सामने अपने आप को साबित मत करना, बस जैसे हो वैसे ही बने रहना। जिन्दगी से परेशान होकर हार न मानना, क्युकि निखरता वही है जो बिखरता है। तारीफों के पुल के नीचे मतलब की नदियाँ बहती है, ये बात हमेशा याद रखना,